बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम

नजफ़ और कर्बला से मिलने वाली ख़बरों ने सिर्फ़ शियों और मुसलमानों के ही नही बल्कि हर आज़ादी पसन्द इंसान के दिल को ज़ख़्मी किया है। सोचा भी नही जा सकता था कि आज के प्रजातान्त्रिक दौर में अमरीका और ब्रिटेन टैरारिज़्म से मुक़ाबले के बहाने, इतना बड़ा ज़ुल्म अंजाम देंगे। आज उनके हाथों बेगुनाह लोग क़त्ल और ज़ख़्मी हो रहे हैं। मुसलमान औरतों की ताक़त के ज़ोर पर आबरू रेज़ी की जा रही है और शियों और मुसलमानों के एक हज़ार साल पुराने मुक़द्दस मक़ामात की हुरमत पामाल हो रही है।

فاليك يا رب المشتكي و عليك المعول في الشدة و الرجاء

अब हर इंसान के लिए जरूरी है कि वह इन ज़ालिमों के ख़िलाफ़ अपनी नफ़रत को ज़ाहिर करने के लिए जलसे करे और जुलूस निकाले। और अगर ख़ुदा नख़ास्ता उसके ज़ुल्म का यह सिलसिलसा जारी रहा, तो इससे बड़े पैमाने पर कार रवाई करें।

الهي انت القادر بالقدرة المطلقة وانا معترفون بذ لك وبعجزناففرج عن المسلمين بحق اوليائك الطاهرين


मुहम्मद फ़ाज़िल लंकरानी
क़ुम